प्रवेश द्वार
यह बाबा के डेरे में प्रवेश करने का मुख्य द्वार है। डेरे में प्रवेश करने के लिए २ गेट है यह मुख्य गेट है। बाबा का डेरा गांव से अलग थोड़ी सी ही दुरी पर है। ग्राम नागझिरी के बाजार चौक से घट्टी, मोघन रोड पर थोड़ी सी दुरी चलने पर बाबा के डेरे में पहुंच सकते है। डेरे के आस पास काफी मात्रा में लोग निवास करते है। इसलिए उस मोहल्ले को बाबा के नाम से जाना जाता है :- संत बोंदरू बाबा मोहल्ला
मुख्य द्वार
यह मुख्य द्वार है जो डेरे में प्रवेश होने के लिए है। इस द्वार के दाएं और एक मंच है जहाँ पर किसी भी प्रकार के उत्सव् मनाये जाते है। जैसे गणेश चतुर्थी, नवरात्री और भी सभी प्रकार के कार्यक्रम इस मंच के माध्यम से ही होते है।
संत बोंदरू बाबा डेरा
इस फोटो में, जो आप देख रहे है वही बाबा की समाधी स्थल है। यही संत श्री बोंदरू बाबा का प्रसिध्य और पवित्र स्थान है। संत ने यही पर सन 1790 में जीवित समाधी ली थी। संत बोंदरू बाबा ने अपने जीवनकाल में कई चमत्कार किये थे और समाधी लेना भी उन्ही में से एक चमत्कार है। हर साल हजारो भक्त संतान मेले के दिन बाबा के दरबार में आते है। संत बोंदरू बाबा सभी भक्तो को आशीर्वाद देते है और मनोकामनाएं पूर्ण करते है।
संत बोंदरू बाबा के पग चिन्ह
यह संत के पग चिन्ह है।
संत बोंदरू के परिवारजन (माताजी) की समाधी
यह संत के ही एक परिवारजन की समाधी है।
संत बोंदरू बाबा प्रांगण
यह संत के डेरे का प्रांगण है जहाँ पर सभी प्रकार के भक्त दूर-दूर से बाबा के दर्शन करने के लिए आते है। यहाँ का वातावरण बहुत शांत और दुर्लभ है। यहाँ पर आते ही सभी प्रकार का तनाव ख़त्म हो जाता है। मन पूरी तरह से शांत हो जाता है। यहाँ पर बैठकर मन को शांति मिल जाती है आपको आस-पास के पशु पक्षियों की आवाजे सुनाई देगी जो कानो को बहुत मधुर सुनाई देती है।
संत सिंगाजी मंदिर
संत श्री बोंदरू बाबा डेरे के दाएं और संत श्री सिंगाजी महाराज का मंदिर है।
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