एक संत हुया रे महान
एक संत हुया रे महान, बोंदरु बाबा, संत हुया रे महान ।। टेक॥
गोगा नवमी, भादव, मास को शुभ दिन।
संत समाधी लग्यो ध्यान ।। 1 ।। बोंदरु बाबा ....
चार खंभा को थारो, देऊल बणायो।
जसो सरग सी उतर्यो विमान ।। 2 ।। बोंदरु बाबा ....
दूर दूर सी हो, दरशण करण आया।
मेलो भरयो रे महान ।। 3 ।। बोंदरु बाबा ....
बिन मौसम आम, फल वहा मिलिया।
बांझ घर झुले संतान ।। 4 ।। बोंदरु बाबा ....
नागझिरी गाँव संत, महिमा हो लागी।
'नवरंग' किया हो बखान ।। 5 ।। बोंदरु बाबा ....
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