प्रभु सी लय लागी, लय लागी
एक संत हुयो रे महान, प्रभु सी लय लागी, लय लागी।
अरे ऊ निशदिन धरतो ध्यान, प्रभु सी लय लागी, लय लागी ॥ टेक॥
एक बोझा हो, चारो नित, लाविया लाविया।-2
गोहया पर, गायन खिलाय, प्रभु सी लय लागी, लय लागी ।। 1 ।।
दूसरो बोझा हो, गाँव म बेचिया बेचिया।-2
जेका सी, आटा दाल जुटाय, प्रभु सी लय लागी, लय लागी ।। 2 ।।
एक मुट्ठी हो, घास काटिया काटिया।-2
जहाँ सी, खरगोश भाग्यो जाय, प्रभु सी लय लागी, लय लागी।। 3 ।।
गाय भुखई हो, प्रभु दु:ख पावग पावग।-2
घर म, माता जोवे वाट, प्रभु सी लय लागी, लय लागी।। 4 ।।
गाय गोहयो हो, चारा चर रही, चर रही।-2
घर म 'नवरंग' आटो दाल, प्रभु सी लय लागी, लय लागी। 5 ।।
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